अमित को अपने हाथ मे कुछ महसूस होता हैं । वो उसको देखता नहीं हैं और मुट्ठी बन्द कर लेता है। अमित को अपने हाथ मे कुछ महसूस होता हैं । वो उसको देखता नहीं हैं और मुट्ठी बन्द क...
वह सकल घरेलू महिला थी। वह सकल घरेलू महिला थी।
सूरज ये सुन कर बेहोश होकर जमीन में गिर गया। सूरज ये सुन कर बेहोश होकर जमीन में गिर गया।
मुझे मेरी किताब का अंत नहीं मिल रहा था, मिल जाता अगर कभी किसी से इश्क़ हुआ होता तो... मुझे मेरी किताब का अंत नहीं मिल रहा था, मिल जाता अगर कभी किसी से इश्क़ हुआ होता त...
ऐसा नहीं था की प्यार मर चुका था, प्यार ज़िंदा था, लेकिन कोमा में पड़े किसी मरीज़ की तरह था... ऐसा नहीं था की प्यार मर चुका था, प्यार ज़िंदा था, लेकिन कोमा में पड़े किसी मरीज़ की...
एक ही शख़्स था जहान में क्या एक ही शख़्स था जहान में क्या